ऑप्शन्स ट्रेडिंग क्या है / What is options trading?

 ऑप्शन्स ट्रेडिंग क्या है?


• कॉल खरीदनेवाले को कोई भी माल (शेअर्स) का किसी भी समय पर निश्चित किए भाव से खरीदने का बंधन मुक्त अधिकार देता है। जब तेजी होती है तब कॉल की खरीदी की जाती है।

• पुट खरीदनेवाले को किई भी माल (शेअर्स) की किसी भी समय पर निश्चित किए भाव से बेचने का बंधनमुक्त अधिकार देता है। बाज़ार में मंदी होती है तब पुट की खरीदी की जाती है।


ऑप्शन की परिभाषा (Options Terminology)


• अमेरिकन ऑप्शन (American Option): इस ऑप्शन को एक्सपायरी से पहले किसी भी समय पर एक्सरसाईज किया जा सकता है।


• युरोपियन ऑप्शन (European Option): इस ऑप्शन को उसके एक्सपायरी पर ही एक्सरसाईज किया जा सकता है।


• स्ट्राईक प्राईज / एक्सरसाईज भाव (Strike Price / Exercise Price): इस भाव पर ऑप्शन को एक्सरसाईज किया जाता है।


• एक्सपायरेशन डेट (Expiration Date) : इस तारीख को ऑप्शन एक्सपायर होता है।


• एक्सरसाईज डेट (Exercise Date) : इस तारीख को ऑप्शन धारक द्वारा ऑप्शन को एक्सरसाईज किया जाता है।


• ऑप्शन प्रीमियम (Option Premium): ऑप्शन खरीदनेवाला ऑप्शन बेचनेवाले के पास से जिस भाव पर खरीदी करता है उसे ऑप्शन प्रीमियम कहा जाता है।


ऑप्शन की खरीदी और फ्युचर की खरीदी इन दोनों में यह फर्क है कि ऑप्शन खरीदनेवाले का नुकसान मर्यादित होता है और फायदा अमर्यादित होता है। पर फ्युचर में इसके विपरीत होता है। इसलिए जिन्हें कम जोखिम लेकर ट्रेडिंग करना है वह ऑप्शन खरीद कर ट्रेडिंग कर सकते है।


Option Trading से पैसा कमाने के लिए आपको यह पता करना पड़ता है कि मार्केट किस डायरेक्शन में जायेगा अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आप Call ऑप्शन Buy करके पैसा कमा सकते हैं। और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आप Put ऑप्शन buy करके Profit कमा सकते हैं।


Option Trading से पैसा आप केवल तभी कमा सकते है जब आपके Call या Put ऑप्शंस आपके अनुमान के मुताबिक परफॉर्म करें।


आप जभी कभी भी ऑप्शन में ट्रेड ले तो सबसे पहले ये जरूर चेक करें 

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ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट कैसे कमाए?


अगर आप कॉल ऑप्शन से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो बुनियादी संपत्ति का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से अधिक होना चाहिए। इसी प्रकार अगर आप पुट ऑप्शन से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो बुनियादी संपत्ति का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से कम होना चाहिए।


आपको कितना प्रॉफिट होगा यह आपके बुनियादी संपत्ति के प्राइस और options के strike price के डिफरेंस पर निर्भर करता है।


मतलब expiry वाले दिन जब आप अपनी positions को close करते हैं तो आपका स्ट्राइक प्राइस और बुनियादी संपत्ति के प्राइस का अंतर ही आपका profit जा loss होगा।


Option Trading से पैसा कमाने के लिए मार्केट मे तेजी या मंदी मायने नहीं रखती क्योंकि आप Option के जरिए तेजी और गिरावट दोनों में ही पैसा कमा सकते हैं।


बल्कि अधिकतर लोग मार्केट में गिरावट के बक्त पैसा कमाते है क्योंकि उस समय लोग पैनिक में आकर सेलिंग कर रहे होते हैं जिससे मार्केट लगातार नीचे जाता रहता है और समझदार Option Traders उसी बक्ट put option (PE) खरीद कर इस मंदी से Profit कमाता है।


उदाहरण (Example)


समझ लिजिए की किसी को रिलायन्स में रू.1500 के भाव से तेजी दिखती है और उसका टार्गेट रू. 1550 पर जाने की संभावना लगती है। वह व्यक्ति ऑट-द-मनी कॉल खरीद सकते है। इसका अर्थ ऐसा होता है कि वह रू.1500 के स्ट्राईक भाव से कॉल खरीदते है उस समय उस पर जो प्रीमियम है वह भी भरते है, जो रू.75 है ऐसा समझ लीजिए। अब अगर भाव सच में रू. 1550 के ऊपर गया तो प्रीमियम के भाव में जल्दी ही बढ़त होती है। इसका आधार यह है कि आपने महिने के किस समयकाल में पोजिशन ली है। साथ ही भाव में बढ़त होने के लिए कितने दिन लगते है इस पर निर्धारीत होता है। ऑप्शन का समीकरण जटिल होता है जिसमें समय के घटाव को भी गिनती में लिया जाता है। जिसके आधार पर प्रीमियम के भाव में कितनी बढ़त होगी इसकी गिनती की जा सकती है।


उदा. समय का परिबल यह प्रीमियम के भाव पर विपरीत परिणाम करता है। अगर तय किए समय में रिलायन्स के भाव में बढ़त नहीं हुई तो उस समय में प्रीमियम का भाव गिरने लगता है। अगर रिलायन्स के भाव में गिरावट नहीं हुई


और जैसे के तैसा रहने लगा तो भी प्रीमियम का भाव गिरने लगता है। इसलिए हर किसी को ऑप्शन के विषय में गिनतीपूर्वक ट्रेडिंग करने की कला और अनुभव होना आवश्यक है। नुकसान होने की संभावना भरे हुए प्रीमियम तक ही सीमित होता है।


उदा. आपने रू.75 का प्रीमियम भरा है और 300 का लॉट लिया है तो रू. 22,500 होते है। अगर रिलायन्स रू. 200 गिरकर बंद हुआ तो ऑप्शन संपूर्ण मूल्य गवाँकर एक्सपायर होता है और अधिकतम नुकसान रू. 22,500 होता है।


अगर आपने रिलायन्स का फ्युचर खरीदा होता तो आपको होनेवाला नुकसान रू. 50,000 होता है। पर ऑप्शन के विषय में अधिकतम नुकसान यह जितना प्रीमियम भरा है उतना ही होता है।


परंतु मर्यादित नुकसान ही होगा ऐसा मानकर लोग गिनती किए बिना ही ऑप्शन का ट्रेडिंग करते हुए नज़र आते है और ज्यादातर लोग स्वयं प्रीमियम की रकम गवाँकर बैठते है। नुकसान ज्यादा हो या मर्यादित, वह आखिर नुकसान ही होता है। इसलिए आपका हेतू ऐसा होना चाहिए कि जो भी पोजिशन ले वह फायदा होने की गिनती से ही लेनी चाहिए। साथ ही इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि मर्यादित नुकसान होगा इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं।


ऑप्शन के फायदे (Advantages of Option)


• अधिक लिवरेज और कम रकम का निवेश करने की जरूरत होती है। 

• शुरूआत में अधिकतम नुकसान कितना होगा इसकी जानकारी होना। 

• ऑप्शन के खरीदारी में ज्यादा मुनाफा और मर्यादित जोखिम होता है। 

• स्वयं का Portfolio Option की मदद से सुरक्षित रख सकते है

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